बिना सिर के 18 महीनों तक जिंदा रहा मुर्गा, मालिक को बनाया मालामाल!
कोलोराडो के फ्रूटा में एक सिर कटा मुर्गा था. ऑलसेन मुर्गी पालन का काम करते थे.
10 सितंबर 1945 को मुर्गे के मालिक लॉयड ऑलसेन उसे काट रहे थे.
पर सिर कटने के बाद भी वो जिंदा रहा. जब लोगों ने उसे देखा तो उन्हें यकीन नहीं हुआ.
माइक नाम के इस मुर्गो को काफी पहचान मिली. उसकी प्रदर्शनी से लॉयड ने भी कमाई की.
17 मार्च 1947 को लॉयड के गले में म्यूकस फंस गया, जिससे उसकी मौत हो गई.
मुर्गे का मुख्य दिमाग उसकी आंखों के पीछे, खोपड़ी के पिछले भाग में होता है.
जब लॉयड ने मुर्गे का सिर काटा तो उसका पिछला हिस्सा शरीर से जुड़ा रह गया.
इस तरह उसका दिमाग बाकी शरीर को सिन्गल देता रहा.
उसका एक पुतला फ्रूटा में लगा है. वहां हेडलेस चिकेन फेस्टिवल हर साल होता है.
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