आम चुनाव से पहले 'मोदी शेयर' को लेकर काफी शोर था.
लेकिन, चुनाव के बाद 'मोदी स्टॉक्स' खास रिटर्न नहीं दे पाए.
‘मोदी शेयर’ यह नाम ब्रोकरेज फर्म CLSA ने दिया था.
इनमें सरकारी कंपनियों समेत अन्य कंपनियों के शेयर शामिल थे.
ऐसी उम्मीद थी कि तीसरी बार पीएम मोदी की वापसी से ये शेयर भागेंगे.
लेकिन, सरकार बनने के 100 दिन बाद ये शेयर सिर्फ 2% रिटर्न दे पाए.
इन शेयरों में ONGC, REC समेत कई पीएसयू शेयर हैं.
जबकि इस अवधि में कई अन्य शेयरों ने 34 फीसदी तक की तेजी दिखाई है.
साल के आखिरी तक इन शेयरों में कमजोरी देखने को मिल सकती है.