मानसून हो या ठंडी घर में कभी नहीं होगी मच्छरों की किल्लत इन तेलों से!
By Roopali Sharma
Moneycontrol News July 03, 2024
मानसून का मौसम आते ही हरियाली और खुशियों का आगमन होता है, लेकिन साथ ही डेंगू और मलेरिया जैसे खतरनाक बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है
मानसून का मौसम
बारिश के पानी में जमा होने से मच्छरों का प्रजनन तेजी से बढ़ता है, जो इन बीमारियों को फैलाते हैं
मच्छरों की संख्या में तेज़ी
मलेरिया से बचने के लिए आप लंबे और ढीले कपड़े पहन सकते हैं और बाहर कम समय बिता सकते हैं. अपनी खिड़कियों पर जाली लगाने से मलेरिया से बचा जा सकता है
मलेरिया से बचने के लिए
मच्छर भगाने वाली दवाओं का उपयोग करना मलेरिया को रोकने का एक और तरीका है. वे कॉइल, पैच, मोमबत्तियाँ, स्प्रे और लोशन में आते हैं
मच्छर भगाने वाली दवाओं का उपयोग
आज हमने आपको मच्छर भगाने वाली दवाओं का सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल करने का सही तरीका बताया है
दवाओं का सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल
एक्सपर्ट का कहना है कि पिकारिडिन से त्वचा में जलन होने की संभावना कम होती है और इसे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित माना जाता है
पिकारिडिन
यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो प्राकृतिक विकल्प की तलाश में हैं, लेकिन इसे तीन साल से कम उम्र के बच्चों के लिए उपयोग करने की रेकमेंडेड नहीं की जाती है
नींबू नीलगिरी का तेल
सिट्रोनेला एक प्राकृतिक तेल है जो कीड़ों और मच्छरों को दूर भगाता है. इसको लगने के बाद इसका प्रभाव स्किन में केवल 2 घंटे तक रहता है
सिट्रोनेला तेल
अपनी त्वचा को सूरज की किरणों से बचाने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना ज़रूरी है. इसे सूखने दें और फिर मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएँ
मच्छर भगाने वाली क्रीम कैसे लगायें
मच्छर भगाने वाली दवाइयों को खुली स्किन पर लगाना चाहिए, लेकिन आँखों और होठों जैसे सेंसिटिव एरिया पर नहीं. अगर मच्छर भगाने वाली दवाई गलती से आँखों या मुँह में चली जाए, तो यह जलन पैदा कर सकती है
सेंसिटिव एरिया पर नहींलगायें क्रीम
क्रीम और लोशन को त्वचा में रगड़कर लगाना चाहिए, लेकिन चेहरे पर सीधे स्प्रे करने से बचें. इसके बजाय, उन्हें हाथों पर स्प्रे करें और फिर आंखों और मुंह से बचते हुए सावधानी से लगाएं