मुगलई पराठे के बिहार यूपी वाले भी दीवाने

कोलकाता में पराठे का मतलब ‘मुगलई पराठा’ होता है. 

इसकी बनावट और स्वाद सामान्य पराठे से बिल्कुल अलग है.

कैमूर के एकता चौक पर कलेक्ट्रेट वाली गली है.  

जहां बेहद लजीज मुगलई पराठा बनाया जाता है.  

यहां सुबह से शाम लोग मुगलई पराठा खाने आते रहते है. 

इसमें मटन कीमा, अंडा, प्याज और मिर्च का प्रयोग होता है.  

अब यह भभुआ के लोगों का भी पसंदीदा आइटम बन गया है. 

प्रतिदिन लगभग 200 पीस मुगलई पराठा की बिक्री हो जाती है.  

ग्राहकों को 30 रुपए प्रति प्लेट के हिसाब से खिलाते हैं.