ताज महल नहीं, किसी और जगह था मुमताज का पहला मकबरा!
मुमताज महल शाहजहां की तीसरी बीवी थीं. 14वें बच्चे को जन्म देते वक्त उनकी मौत हो गई.
उन्होंने मरते वक्त शाहजहां से वादा लिया था कि वो उनके बाद दूसरी शादी न करें.
साथ ही उनके लिए एक खूबसूरत मकबरा बनवाएं. उनके मरने के बाद
MP के बुरहानपुर स्थित अहुखाना में मुमताज की लाश को 6 महीने रखा गया था.
6 महीने बाद लाश को यमुना किनारे करीब 22 सालों तक दफनाया गया.
जब ताज महल पूरा बन गया, तब लाश को वहां दफनाया गया.
ताज महल को बुरहानपुर में इसलिए नहीं बनवाया गया, क्योंकि वहां की मिट्टी में
दीमक बहुत हैं, जिससे नीचे बने लकड़ी के ढांचे लंबे वक्त तक टिक नहीं पाते.
एक कारण ये भी है कि ताज महल को राजस्थान के पास बनाना था, जहां से मार्बल आए थे.
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