क्यों मनाई जाती है चैत्र नवरात्रि? जानें!

एक बार रंभासुर के बेटे महिषासुर ने अपने कठोर तप से ब्रह्म देव को प्रसन्न कर दिया.

और उनसे अमरता का वरदान मांग बैठा.

ब्रह्म देव ने कहा कि तुम अमरत्व के अलावा कुछ भी मांग सकते हो.

काफी सोचने के बाद महिषासुर ने ब्रह्म देव से कहा कि उसका वध केवल स्त्री के हाथों ही हो सके.

वह स्त्री को निर्बल और असहाय समझता था.

इस वजह से उसने यह वरदान मांगा ताकि कोई स्त्री उसे मार नहीं पाएगी और वह अमर हो जाएगा.

महिषासुर ने तीनों लोकों पर अपना अधिकार कर लिया.

देवी, देवता, ऋषि, मुनि, गंधर्व, मनुष्य सब उससे परेशान हो गए थे.

तभी सभी देवताओं ने आदिशक्ति मां जगदंबा का आह्वान किया.

वे चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को प्रकट हुईं,

और उन्होंने प्रतिपदा से लेकर नवमी तक एक-एक करके अपने 9 स्वरुपों को प्रकट किया.

मातारानी के 9 स्वरुप नवदुर्गा के नाम से प्रसिद्ध हैं.