पितृ पक्ष में क्या है पिंडदान और श्राद्ध का महत्व

पितृ पक्ष में पिंडदान, श्राद्ध, तर्पण का महत्व है.

पितृ पक्ष भाद्रपद पूर्णिमा से आश्विन अमावस्या तक होता है.

इस साल 17 सितंबर से 2 अक्तूबर तक पितृ पक्ष है.

ये 16 दिन पूर्वजों की पूजा के लिए खास हैं.

पितृ पक्ष में पितृ पृथ्वी पर आते हैं.

पिंडदान, श्राद्ध, तर्पण से पितृ खुश होते हैं.

पितृ पक्ष में कौवे को भोजन कराना शुभ है.

कौवा पितृों का प्रतीक माना गया है.

श्राद्ध में कौवे को भोजन खिलाना जरूरी है.