पितरों से मिलेगा आशीर्वाद, इन पवित्र जगहों पर करें पिंडदान

Anshumala

Published- Sept17, 2024

पितृपक्ष कल यानी 18 सितंबर से प्रारंभ होने वाला है.

पितृपक्ष में लोग अपने पितरों का पिंडदान, श्राद्ध, तर्पण आदि करते हैं.

यह 16 दिन होता है, जिसमें पितरों को प्रसन्न और तृप्त किया जाता है.

मान्यता है कि पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है.

वाराणसी में विधि पूर्वक पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है.

बिहार के बोधगया में पिंडदान करने से पितरों को स्वर्ग में स्थान मिलता है.

हरिद्वार में गंगा नदी के किनारे तर्पण, पिंडदान करने से उन्हें मोक्ष मिलेगा.

राजस्थान के धार्मिक स्थल पुष्कर भी पिंडदान, श्राद्ध कर्म के लिए पवित्र है.

बद्रीनाथ में ब्रह्मकपाल घाट पर श्राद्ध करने से पूर्वजों की आत्मा को मुक्ति मिलती है.