पितृपक्ष में इन शुभ तिथियों पर करें श्राद्ध

पितृपक्ष को 15 दिन पूर्वजों के श्राद्ध के लिए होते हैं.

तर्पण से पितरों को मोक्ष मिलता है.

देवघर के पंडित नंदकिशोर मुद्गल बताते हैं कि,

पितृपक्ष 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक है.

पितृपक्ष में कुछ शुभ तिथियों पर श्राद्ध करना जरूरी है.

21 सितंबर को अविवाहित मृतकों का श्राद्ध होता है.

25 सितंबर को मां, दादी, नानी का श्राद्ध किया जाता है.

सर्वपितृ अमावस्या पर उन पितरों का श्राद्ध होता है जिनकी तिथि मालूम नहीं.

पितृपक्ष में पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त की जाती है.