इस दिन है पितृ विसर्जन अमावस्या, जानें महत्व
पितृपक्ष में विसर्जन अमावस्या का खासा महत्व है.
आश्विन माह की अमावस्या तिथि को पितृ विसर्जन किया जाता है: पंडित नंदकिशोर मुद्गल.
15 दिनों के पितृपक्ष में अगर
पिंडदान
नहीं कर पाते तो अमावस्या में पिंडदान कर सकते हैं.
जिनको अपने पितरों की मृत्यु तिथि याद नहीं वो भी अमावस्या के दिन
श्राद्ध
तर्पण कर सकते हैं.
जिनकी अकाल मृत्यु होती है उनका श्राद्ध भी अमावस्या के दिन ही किया जाता है.
इस साल पितृ विसर्जन अमावस्या 14 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
पितृ विसर्जन के दौरान पितरों की विदाई धूमधाम से करनी चाहिए.
इस दिन प्रात :काल उठकर स्नान करें.
पीपल के पेड़ पर पितरों का ध्यान कर गंगाजल, तिल, चीनी, चावल और सफेद पुष्प अर्पण करें.
साथ ही पूजा कर पितरों से क्षमा याचना मांगना चाहिए.
इस मंदिर में नारियल बांधने से पूरी होती है हर मनोकामना!