कैसे एक ट्रैजडी से राजनीति में छाए पेमा खांडू
अपनी रणनीति की बदौलत ही खांडू ने अरुणाचल में कमल फिर से खिलाया है.
खांडू की राजनीतिक यात्रा एक व्यक्तिगत त्रासदी के बीच शुरू हुई.
उनके पिता दोर्जी खांडू का 2011 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया था.
पेमा खांडू वर्ष 2000 में कांग्रेस में शामिल हुए और विभिन्न पदों पर रहे.
मात्र 37 वर्ष की आयु में खांडू जुलाई, 2016 में मुख्यमंत्री बन गए.
2019 में पेमा खांडू बिना किसी राजनीतिक अड़चन के दोबारा मुख्यमंत्री बने.
किशोर कुमार और मोहम्मद रफी के गीत गाकर खांडू लोगों को मोह लेते हैं.
दिल्ली के हिंदू कॉलेज से इतिहास में स्नातक खांडू मोनपा जनजाति से हैं.
45 वर्षीय पेमा खांडू बौद्ध धर्म को मानते हैं.
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