Yamini Singh
भगवान शिव को त्रिदेवों में से एक माना जाता है, जो सृष्टि के रचयिता और विनाशक दोनों हैं.
लेकिन क्या आपको पता है एक ऐसे ऋषि भी हैं जिनका जन्म भगवान शिव के क्रोध की अग्नि से हुआ था. तो चलिए जानते हैं इस ऋषि का नाम.
हम बात कर रहे हैं ऋषि दुर्वासा की. कहा जाता है कि ऋषि दुर्वासा को भगवान शिव ने अपने क्रोध को शांत करने के लिए उसे अग्नि के रूप में प्रकट किया.
उनका क्रोध भी उतना ही प्रचंड था. वे अक्सर अपने क्रोध के कारण लोगों को शाप देते थे, और उनके शाप कभी व्यर्थ नहीं जाते थे.
वैसे उनका जैविक पिता और माता ऋषि अत्री और अनसुइया को माना जाता है.
ब्रह्मानंद पुराण के अध्याय 44 के अनुसार, ब्रह्मा और शिव में एक बार झगड़ा हुआ. शिव बहुत गुस्से में आ गए. डर से सभी देवी-देवता छिप गए.
भगवान शिव को भी अपनी गलती का अहसास हुआ. उन्होंने तय किया कि वो अपने गुस्से को ऋषि अत्री की पत्नी अनसुइया के अंदर संचित कर देंगे.
देवी अनसुइया के अंदर भगवान शिव के इस भाग से एक बच्चे का जन्म होता है, जिसका नाम दुर्वासा हुआ.