ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे... 10 साल 17वीं मुलाकात

भारत के प्रधानमंत्री मोदी करीब पांच साल बाद रूस के दौरे पर हैं. 

पीएम मोदी वैश्विक ताकतों को रूस के जरिए एक नया संदेश देने मॉस्को पहुंचे हैं.

2014 में मोदी के पीएम बनने के बाद राष्ट्रपति पुतिन के साथ यह उनकी 17वीं मुलाकात होगी.

भारत और रूस के बीच मजबूत रिश्ते की सबसे मजबूत डोर सैन्य उपकरण हैं. 

मौजूदा वक्त में भी भारत अपनी 60 से 70 फीसदी रक्षा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर है. 

आज भारत, रूस से हथियारों का केवल खरीदार नहीं है. 

बल्कि आज दोनों देश साथ मिलकर तमाम प्रोजेक्ट साथ कर रहे हैं.

भारत ने रूस से S-400 ट्रिम्फ मोबाइल सरफेस टु एयर मिसाइल सिस्टम खरीदा है. 

इसके साथ ही मिग-29 फाइटर और कमोव हेलीकॉप्टर की खरीद की है. 

और स्टोरीज पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें