दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग, आज भी अधूरा है निर्माण

 विश्व प्रसिद्ध भोजेश्वर महादेव की सावन मास में विशेष पूजा की जाती है.

इस शिव मंदिर का निर्माण परमार वंश के राजा भोज ने करवाया था.

भोलेनाथ के इस मंदिर के अधूरे निर्माण के पीछे एक प्रचलित कहानी है. 

पौराणिक कथा के अनुसार, मंदिर निर्माण कार्य 1 रात में पूरा करना था.

लेकिन यह मंदिर अधूरा ही रह गया जो आज तक पूरा नहीं हो सका.

मान्यता है पांडवों ने माता कुन्ती की पूजा के लिए इस शिव मंदिर का निर्माण किया था.

कहा जाता है इस मंदिर को बड़े-बड़े पत्थरों से स्वयं भीम ने तैयार किया था.

बेतवा नदी में स्नान के बाद माता कुन्ती भोलेनाथ की उपासना कर सकें.

ये विशाल शिवलिंग राजा भोज के समय विकसित होकर भोजेश्वर महादेव कहलाया.