ईश्वरा महादेव के इस मंदिर में रात को कौन करता है पूजा? आज भी हे रहस्य
मुरैना जिले से लगभग 70 किमी दूर स्थित है ईश्वरा महादेव मंदिर.
इस बियाबान जंगल में स्थित महादेव का स्वयंभू शिवलिंग है.
मान्यता है कि त्रेता युग में रावण के भाई विभीषण ने यहां तपस्या की थी.
कहते हैं आज भी विभीषण श्रावण मास में रोज सुबह 4 बजे पूजा करने आते हैं
.
पानी की समस्या के बाद भी ईश्वरा शिवलिंग का जलधारा से अभिषेक होता है.
इस मंदिर में रात को कौन पूजा करता है, रहस्य आज भी बरकरार है.
यह पूजा रात के 2:00 से 4:00 के बीच अपने आप हो जाती है.
जब सुबह पूजा हो जाती है, तब यहां बेलपत्र और चावल चढ़े म
िलते हैं.
यहां के
बेलपत्रों
में 3 से लेकर 21 पत्तियां तक होती हैं.