पितृपक्ष में संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व,जानें मुहूर्त

साल के प्रत्येक महीने में दो बार चतुर्थी का व्रत रखा जाता है.

एक शुक्ल पक्ष में वहीं दूसरी कृष्ण पक्ष में पड़ती है. 

शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है.

कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है.

इस दिन भगवान गणेश की विधि पूर्वक पूजा आराधना की जाती है. 

पूजा आराधना करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.

इस दिन पूजा से धन, यश, वैभव की प्राप्ति भी होती है.

संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त 2 अक्टूबर को है पंडित कल्कि राम.

जिसका समय शाम 7:36 बजे से 3 अक्टूबर सुबह 6:11 बजे तक है. 

पितृ पक्ष में इस दिन चतुर्थी तिथि का श्राद्ध भी किया जाता है.