बोकारो का चास प्रखंड काफी अनोखा है.
यहां हर साल एक अनोखी मड़य पूजा की जाती है.
इस पूजा से गांव कि आस्था और धार्मिक मूल्य जुड़े हैं.
200 सालों से ज्यादा पुरानी ये पूजा गांव की समृद्धि के लिए की जाती है.
दिल्ली में इडली-डोसा के लिए यहां लगती है लंबी लाइन, स्वाद ऐसा कि भूल ना पाएंगे
केवल 4 महीने मिलती है ये सब्जी, सरदर्द से लेकर टेंशन तक कर देगी छू
गांव के पुजारी फल, फूल और पुआ मां माघी काली को अर्पित करते हैं.
पुजारी शरीर पर लोहे के शिकल मारते हुए खौलते घी में हाथ डालते हैं.
खौलते घी में हाथ डाल पुआ निकालते है.
पुजारी के फेंके हुए पुए के मिलने पर मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
आखिर में बकरे की बलि की प्रथा पूरी की जाती है.