आगे भी प्राइवेट स्कूल से पढ़ते, घर की ऐसी क्षमता नहीं थी. फिर सरकारी स्कूल से पढ़े.
1984 में LAW Centre 1 Delhi University से LLB में ग्रेजुएशन की.
अपने भाई के साथ पेन का बिजनेस किया. इस दौरान घर-घर जाकर पेन बेचे.
केबल कम्युनिकेशन कंपनी में मार्केटिंग विभाग में नौकरी भी की.
फिर नौकरी छोड़कर 1988 में Su-Kam की शुरुआत की.