बिहार के किसान ने इस खेती से अपने दो बेटों को बना दिया डॉक्टर

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रहने वाले एक छोटे से किसान ने सब्जी की खेती कर अपने दो बेटों को डॉक्टर बनाया है. 

किसान नारायण चंद्र दास पिछले 25 वर्ष से सब्जी की खेती कर रहे हैं. 

इससे पहले उनके पिता नकुल चंद्र दास परंपरागत रूप से धान और गेहूं की खेती करते थे. 

इसके बाद उन्होंने परंपरागत खेती में मुनाफा नहीं होता देख वे सब्जी की खेती करने लगे. 

सब्जी की खेती कर उन्होंने अपने दो बेटों को डॉक्टर बनाया.

किसान नारायण दास ने जिस जमीन पर पहले टमाटर लगाया था.

उसी बेड पर बिना किसी अन्य खर्च के नेनुआ लगाया है. 

 नेनुआ के पौधे लगाने के एक महीने के बाद उत्पादन शुरू हो गया. 

आज प्रति एक दिन के अंतराल पर लगभग ढाई क्विंटल नेनुआ का उत्पादन हो रहा है.