सुजलॉन एनर्जी में 60 फीसदी से अधिक शेयर पब्लिक के पास हैं. ऐसी स्थिति में निवेशक की नजर कंपनी से जुड़ी हर खबर पर रहती है
सुजलॉन एनर्जी
यदि आप भी इस शेयर में हिस्सेदार हैं या इस स्टॉक को फॉलो करते हैं तो एक जरूरी खबर आई है
एक जरूरी खबर
इस खबर का सीधा असर सुजलॉन के शेयर पर पड़ सकता है. ऐसे स्टॉक बेहद कम मिलते हैं, जहां पब्लिक ज्यादा हो और प्रोमोटरों की हिस्सेदारी कम हो
प्रोमोटरों की हिस्सेदारी कम
सुजलॉन में प्रोमोटर केवल 13.29 फीसदी ही हैं. हालांकि इसमें विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी18.67% है, जिसे कि अच्छा माना जाता है
विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी
Marc Desaedeleer ने इस्तीफा देते हुए कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि कंपनी के कोऑपरेटिव गवर्नेंस स्टैंडर्ड कई बार उनकी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे
ऑपरेटिव गवर्नेंस स्टैंडर्ड
कंपनी में कोई नॉन-कंप्लायंसेज से जुड़ी समस्या नहीं है. इसके बाद उन्हें मार्क डेसाडेलियर द्वारा उठाए गए मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए
उठाए गए मुद्दे पर सफाई
मैनेजमेंट ने साफ किया कि सुजलॉन ने सभी कानूनी और वित्तीय नियमों का पालन किया है
वित्तीय नियमों का पालन किया
सुजलॉन एनर्जी का शेयर BSE पर करीब 5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47.35 रुपये पर खुला था
गिरावट के साथ खुला
सुजलॉन का शेयर प्राइस 3.85 प्रतिशत बढ़कर 50.15 रुपये पर था. हालांकि 8 जून को इसमें 5 फीसदी की गिरावट आई थी