क्यों रंगीन होती है?

दवाइयां 

Rohit Jha/Trending

दवाइयों के रंगीन होने के पीछे कई कारण हैं 

1960 के दशक में पहली बार दवाईयों के रंग में बदलाव

1975 में सॉफ्टजेल कैपसूल्स आने के बाद बड़े बदलाव

जेल कैपसूल्स के लिए 80,000 कलर कॉम्बिनेशन

रंग-बिरंगी दवाइयां इमोशनल अपील के लिए अच्छी

मरीजों को रिस्पॉन्स से भी तय होता है दवा का रंग

स्वाद, गंध और तापमान के आधार पर भी कलर कोडिंग

कंपनियों के लिए ब्रांड इमेज बनाने का तरीका

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