नहीं ढाली जा सकी आज तक इस मंदिर की छत

मुजफ्फरपुर में मड़वन प्रखंड के बड़कागांव में जंगली महादेव का बेहद प्राचीन मंदिर है.

इस बौद्धकालीन मंदिर की छत आजतक नहीं ढाली जा सकी है.

इस मंदिर के ऊपर गुंबद नहीं है, मंदिर की छत आज भी फूस की है.

जब भी मंदिर की छत ढालने का प्रयास किया गया, तो कोई न कोई अनहोनी हो गई.

या तो छत टूट जाती है या मंदिर के ऊपर चढ़े मजदूर नीचे गिर जाते हैं.

सावन की प्रत्येक सोमवारी को हजारों की संख्या में श्रद्धालु जंगली महादेव का जलाभिषेक करते हैं.

इतिहासकारों की नजर में  इस मंदिर के ठीक सामने पोखर आकर्षण का केंद्र है.

मंदिर के पुजारी के पुत्र बलराम तिवारी ने बताया कि मंदिर के चारों ओर ऐतिहासिक बौद्धकालीन पांच कुआं है.

धर्मालिंगन रुपया का प्रतीक चिन्ह इसी जगह के कुंआ से लिया गया है.

यहां आपको ईंटों पर ब्रह्मलिपि में अंकित आलेख देखने को मिलेंगे.