इन चीजों के सेवन से नाराज़ होंगे पितर..

पितृपक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिये पिंडदान या श्राद्ध किया जाता है.

कई ऐसे खाद्य पदार्थ है जो पितृपक्ष में वर्जित रहता है : ज्योतिषाचार्य पंडित नंद किशोर मुद्गल.

पितृपक्ष के दिनों में मांस व मदिरा का सेवन भूल कर भी ना करें. 

इसका सीधा असर वंश पर पड़ता है.

लहसन-प्याज़ का सेवन भी इन दिनों वर्जित रहता है. 

पितृपक्ष में सात्विक भोजन ही करना चाहिए.

इन दिनों में चना का सेवन नहीं करना चाहिए. 

चाहे वो चने का सत्तू हो या चने का दाल या चने की मिठाई.

वहीं, मसूर की दाल भी अशुभ मानी जाती है.

30 सितंबर से 14 अक्टूबर तक पितृपक्ष  रहेगा.