इस वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में इंसेंटिव के जुटान, तेल की कीमतों में गिरावट और लागत कम करने के लिए बाकी कोशिशों से इसके मार्जिन में रिकवरी की उम्मीद है
इस वित्त वर्ष 2024 की दूसरी छमाही में इंसेंटिव के जुटान, तेल की कीमतों में गिरावट और लागत कम करने के लिए बाकी कोशिशों से इसके मार्जिन में रिकवरी की उम्मीद है