पीलीभीत वैसे तो इको टूरिज्म के लिए जाना जाता है.
यहां अब धार्मिक पर्यटन भी लगातार अपनी पहचान बना रहा है.
इलाबांस देवल मंदिर को संरक्षित सूची में शामिल किया गया है.
इसे लेकर अब जमीनी कवायद भी शुरू कर दी गई है.
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यह मंदिर काफी प्राचीन और ऐतिहासिक है.
लोध राजपूत समाज के लोगों के मेले के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
हर साल यहां दो बार बड़े मेले का आयोजन होता है.
पीलीभीत के साथ-साथ बरेली से भी भक्त यहां आते हैं.
दर्जनों पुरानी व दुर्लभ मूर्तियां मंदिर परिसर में मौजूद हैं.