उज्जैन में रात को नहीं रुकते कोई मंत्री, वजह हैरान कर देगी
विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की नगरी में बरसों से एक परंपरा चली आ रही है.
जिसका उल्लंघन आज तक कोई नहीं करता है. उसे दंड स्वरूप परिणाम भुगतना पड़ता है.
आपने सुना होगा बड़ा से बड़ा और छोटा कोई भी राजनेता मंदिर परिसर के आस पास नहीं रुकता.
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में यह मान्यता बहुत लंबे समय से चली आ रही है.
जो भी राजनेता बाबा महाकाल के दरबार में रात गुजारते हैं, उनकी सत्ता में वापसी नहीं हो पाती.
मान्यता है कि बाबा महाकाल के दरबार में एक साथ दो राजा नहीं रूक सकते हैं.
अगर कोई मंत्री या मुख्यमंत्री गलती से भी यहां रात गुजारता है तो उसकी सत्ता में वापसी हो जाती है.
कर्नाटक के मुख्मंत्री येदियुरप्पा ने भी उज्जैन में रात्रि विश्राम किया थे.
जिसके 20 दिन बाद उन्हें अपने पद से त्याग पत्र देना पड़ा था.
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