किस बजट में हुआ था Mutual Fund Saving का ऐलान

किस बजट में हुआ था Mutual Fund Saving का ऐलान

यूनियन बजट (Union Budget) में सबसे ज्यादा लोगों की नजरें इनकम टैक्स से जुड़े ऐलान पर होती है

हर साल बजट में वित्तमंत्री का खास जोर इनकम टैक्स के नियमों को आसान बनाने पर होता है

बजट 2023 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्स की नई रीजीम को Attractive बनाने के लिए कई एलान किए थे

इनकम टैक्सपेयर्स के लिए एक बड़ा ऐलान 1989-90 के यूनियन बजट में हुआ था. तब सरकार ने Mutual Fund की टैक्स स्कीम का ऐलान किया था

इसे यूनिट लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) भी कहा जाता है. सरकार ने लोगों को सेविंग्स का पैसा स्टॉक मार्केट में लगाने का मौका देने के लिए टैक्स फंड शुरू करने का ऐलान किया था

यह स्कीम टैक्सपेयर्स के बीच काफी लोकप्रिय है. खासकर नौकरी करने वाले लोग हर महीने अपनी कमाई का कुछ हिस्सा Mutual Fund की टैक्स स्कीम में लगाते हैं

ELSS इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत आने वाले करीब एक दर्जन Instruments में से एक है

इसमें लॉक-इन पीरियड तीन साल है. इसका मतलब है कि अगर आप किसी टैक्स Saving फंड में निवेश करते हैं तो तीन साल पूरे होने के बाद ही आप पैसे निकाल सकेंगे

टैक्स फंड में लोगों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है. जिसका बड़ा कारण इससे मिलने वाला रिटर्न है

SIP से हर महीने टैक्स फंड्स में निवेश करने पर लंबी अवधि में अच्छा फंड तैयार हो जाता है

सरकार ने 1993-94 के यूनियन बजट में स्टॉक मार्केट से जुड़ा एक बड़ा ऐलान किया था. सरकार ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ऐलान किया था

स्थापना के बाद से NSE ने शानदार Growth दिखाई है. इसने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को काफी पीछे छोड़ दिया है. अब NSE देश का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है

1997-98 के बजट को 'ड्रीम बजट' के रूप में याद किया जाता है. इसे वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने 1997-98 में पेश किया था

इसकी वजह यह है कि इसमें इकोनॉमिक रिफॉर्म्स सहित इकोनॉमी से जुड़े कई बड़े ऐलान किए गए थे. इसमें इनकम टैक्स के रेट में कमी का ऐलान किया गया था