वैकुंठ चतुर्दशी में एक साथ होती है हरि-हर की पूजा, जानें महत्व 

कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को वैकुंठ चतुर्दशी मनाया जाता है. 

साल में सिर्फ इस दिन भगवान विष्णु-शिव की एक साथ पूजा की जाती है. 

इस दिन व्रत-पूजा करने से वैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है. 

विष्णु एवं शिव जी के आशीर्वाद से सारे पाप खत्म हो जाते हैं. 

वैकुंठ चतुर्दशी इस बार 25 नवंबर को मनाई जा रही है. 

वैकुंठ चतुर्दशी पर विष्णु जी की पूजा निशीथ काल में की जाती है. 

इस दिन भगवान शिव को तुलसी की पत्तियां प्रदान की जाती है.

वहीं भगवान विष्णु को बेलपत्र चढ़ाई जाती है. 

इस दिन ही भगवान शिव ने भगवान विष्णु को सुदर्शन चक्र दिया था. 

इस दिन 1000 कमल के फूलों से विष्णु जी की पूजा करने से स्वर्ग मिलता है.