फ्लाइट में किसी यात्री की तबीयत बिगड़ने पर उसे फर्स्ट एड सुविधा दी जाती है.
फ्लाइट कर्मियों को ऐसी ट्रेनिंग दी जाती है, कि वो ऐसी स्थिति से निपट सकें.
अगर तबीयत ज्यादा बिगड़ती है तो पायलट प्लेन को नजदीकी एयरपोर्ट पर उतार लेता है.
पर सोचिए यात्री की मौत फ्लाइट के अंदर ही हो जाए, तब क्या किया जाएगा?
तब डेड बॉडी को प्लेन के सबसे आखिर में खाली सीट पर रखा जाता है.
धरती पर सबसे तेज हवाएं कहां चलती हैं? रफ्तार इतनी कि घर-गाड़ियां सब उड़ जाएं, तूफान भी इनके आगे फेल
या फिर बिजनेस क्लास में शिफ्ट किया जाता है जिससे वो सबकी नजरों से दूर रहे.
फ्लाइट अटेंडेंट एनटे लॉन्ग ने बताया कि वो डेड बॉडी को कंबल से ढक देती हैं.
हालांकि, बहुत जगहों पर प्लेन के अंदर किसी को भी मृत नहीं घोषित किया जाता है,
उतरने के बाद उनका चेकअप होता है तब डॉक्टर बताते हैं कि वो मृत है या नहीं.