अब पुराने संसद भवन में क्या होगा? 

भारत को नया संसद भवन मिल गया है, लेकिन एक सवाल यह है कि पुराने संसद भवन का क्या होगा?

पीएम मोदी लोकसभा में पुराने संसद भवन को विदाई देते हुए भावुक हो गए. उन्होंने यहां की हर एक ईंट को श्रद्धांजलि दी.

अगर इसके इतिहास की बात करें तो यह 1927 में बनकर तैयार हुआ था और अब 96 साल पुराना हो चुका है. 

यह ब्रिटिश आर्किटेक्ट सर एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर द्वारा डिजाइन किया गया.

प्रतिष्ठित संसद भवन न केवल स्वतंत्रता के लिए संघर्ष का गवाह बना, बल्कि उसके बाद देश के उत्थान का भी गवाह बना.

भवन की पुरानी इमारत को ध्वस्त नहीं किया जाएगा बल्कि संसदीय कार्यक्रमों के लिए इसका उपयोग किया जाएगा.

यह भवन देश की ऐतिहासिक संरचना है, जिसका संरक्षण किया जाएगा, क्योंकि यह देश की पुरातात्विक संपत्ति है.

केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा को बताया था कि मौजूदा ढांचे की मरम्मत करनी होगी और वैकल्पिक उपयोग के लिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा.

कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भवन की पुरानी इमारत के एक हिस्से को संग्रहालय में तब्दील किया जा सकता है.

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