हाईवे और एक्सप्रेसवे में है जमीन-आसमान का अंतर, बस काम ही समान है
देश में बड़ी संख्या में एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं, जो शानदार हैं.
हाईवे पर कहीं से भी एंट्री और एग्जिट की जा सकती है, एक्सप्रेसवे पर नहीं.
एक्सप्रेसवे पर एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर पूरी तरह एक्सेस कंट्रोल होता है.
एक्सप्रेसवे पर हाईवे के मुकाबले ज्यादा स्पीड में वाहन चलते हैं.
एक्सप्रेसवे को हाईवे के मुकाबले ज्यादा ऊंचाई पर भी बनाया जाता है.
हाईवे अमूमन 2 या 4 लेन के होते हैं, जबकि एक्सप्रेसवे 16 लेन तक बना है.
हाईवे की रोड खुली होती है, जिस पर जानवर आदि भी आते-जाते रहते हैं.
एक्सप्रेसवे दोनों तरफ रेलिंग से घिरा रहता है, ताकि जानवर आदि न आएं.
एक्सप्रेसवे पर आपात स्थिति में लड़ाकू विमान उतारने की भी व्यवस्था है.
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