विचित्र सिंड्रोम जिसमें इंसान परिवार के लोगों को समझने लगता है बहरूपिया!

कैपग्रास सिंड्रोम या इंपोस्टर सिंड्रोम बेहद विचित्र कंडीशन है.

इसमें लोगों को लगता है कि उनके जानने वालों की जगह कोई और आ गया है.

उनके परिवारवालों का चेहरा लेकर कोई और उनकी जगह आकर रहने लगा है.

कैपग्राम सिंड्रोम की खोज फ्रेंच डॉक्टर्स, जोसफ कैपग्रास और जीन रोबुल ने की थी.

कैपग्रास सिंड्रोम कैसे होता है, इसके बारे में डॉक्टरों को कुछ नहीं पता.

सिंड्रोम में लोग अपनों का चेहरा नहीं भूलते.

चेहरा देखकर उन्हें समझ आएगा कि वो उनके परिवारवाले ही हैं

बस वो उन लोगों से जुड़ी भावनाओं को मेहसूस नहीं कर पाते जो उन्हें पहले आती थीं.

ये मेमोरी लॉस का भी संकेत होता है. कैपग्रास सिंड्रोम में लोग शक करने लगते हैं.