क्या होते हैं

गुलदार?

Rohit Jha/Trending

उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में ज्यादातर गुलदार देखने को मिलते हैं

तेंदुए को ही पहाड़ों में गुलदार कहा जाता है

गुलदार अपनी फुर्ती और पलक झपकते ही शिकार के लिए मशहूर है

तेंदुए रिहायशी इलाकों में ज्यादातर कुत्तों का शिकार करने के लिए घुसते हैं

शारीरिक बनावट की बात करें तो तेंदुआ बाघ से छोटा होता है

एक बाघ का वजन करीब 200 किलो और तेंदुए का वजन करीब 60 किलो होता है

बाघ की लंबाई सात फीट तक होती है. करीब तीन फीट इसकी पूंछ होती है

वहीं, गुलदार की लंबाई 5 फीट तक होती है. इसकी पूछ भी दो से तीन फीट तक होती है

शरीर के साइज से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाघ तेंदुए से काफी ज्यादा ताकतवर होता है

फुर्ती में तेंदुआ कहीं आगे है. तेंदुआ आसानी से पेड़ पर चढ़ सकता है

बाघ अपने भारी शरीर की वजह से पेड़ पर नहीं चढ़ पाता है

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