साल में एक बार सिर्फ Diwali पर ही क्यों खुलते हैं इस मंदिर के द्वार?
Moneycontrol News May 15, 2024
By Roopali Sharma
भारत में कई ऐसी जगहें हैं जो अपने चमत्कारी स्वभाव के लिए मशहूर हैं
खासकर यहां के मंदिर अपनी अविश्वसनीय मान्यताओं के लिए जाने जाते हैं. इन्हीं में से एक है कर्नाटक का हसनंबा मंदिर
हसनंबा मंदिर दिवाली के मौके पर 7 दिन के लिए साल भर में सिर्फ एक बार खोला जाता है और बालीपद्यमी के उत्सव के 3 दिन बाद बंद कर दिया जाता है
दिवाली के दौरान बड़ी संख्या में भक्त यहां आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं
मंदिर बंद होने पर यहां घी का एक दीपक जलाया जाता है गर्भगृह में फूल और पके हुए चावल का प्रसाद रखा जाता है
ऐसा माना जाता है कि एक साल बाद जब दिवाली के दिन मंदिर के पट खोले जाते हैं, तो दीपक जलता हुआ मिलता है
यहां तक की भक्तों द्वारा देवी हसनंबा पर चढ़ाए गए फूल भी ताजा होते हैं
ऐसी मान्यता है कि देवी हसनंबा ने अपनी भक्त को प्रताड़ित करने वाली सास को पत्थर में बदल दिया था
इसके अलावा देवी के गहने चुराने की कोशिश करने वाले 4 लुटेरों को पत्थरों बना दिया था
ये चार पत्थर अभी भी कलप्पा गुड़ी में पाए जा सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि ये पत्थर हर साल एक इंच हिलता है
माना जाता है कि जब ये पत्थर हसनंबा के चरण
कमलों
तक पहुंच जाएंगे, तो कलयुग का अंत हो जाएगा