कोई शेयर अधिकतम कितना गिरेगा या कितना चढ़ेगा, यह तय होता है.
हालांकि, इसके बारे में ज्यादातर निवेशक नहीं जानते हैं.
सर्किट लिमिट देखकर चढ़ने या गिरने की लिमिट पता की जा सकती है.
शेयरों में लोअर (Lower) और अपर (Upper) दो तरह के सर्किट होते हैं.
हर ट्रेडिंग दिन बहुत कम शेयर सर्किट तक पहुंच पाते हैं.
सर्किट लगने पर शेयर में ट्रेडिंग बंद हो जाती है.
सर्किट की लिमिट 5,10 और 20 फीसदी तक होती है.
कोई शेयर अपनी सर्किट लिमिट से ज्यादा ऊपर-नीचे नहीं जा सकता.
F&O सेगमेंट के शेयरों में सर्किट के बाद भी ट्रेडिंग खुलती है.