रतन टाटा के PS शांतनु नायडू की कितनी है नेटवर्थ!
रतन टाटा के PS शांतनु नायडू की कितनी है नेटवर्थ!
रतन टाटा के असिस्टेंट शांतनु नायडू की तस्वीरें पिछले कुछ समय से वायरल हो रही हैं
रतन टाटा के असिस्टेंट शांतनु नायडू की तस्वीरें पिछले कुछ समय से वायरल हो रही हैं
सबके मन में ये सवाल था कि आखिर ये शख्स कौन है और रतन टाटा के इतने करीब क्यों है
सबके मन में ये सवाल था कि आखिर ये शख्स कौन है और रतन टाटा के इतने करीब क्यों है
युवा शांतनु नायडू रतन टाटा के पर्सनल सेक्रेटरी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस काम के लिए उन्हें कितने पैसे मिलते हैं
युवा शांतनु नायडू रतन टाटा के पर्सनल सेक्रेटरी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस काम के लिए उन्हें कितने पैसे मिलते हैं
शांतनु को हर महीने करीब 7 लाख रुपए की सैलरी मिलती है। इसके अलावा उनका अपना बिजनेस भी है
शांतनु को हर महीने करीब 7 लाख रुपए की सैलरी मिलती है। इसके अलावा उनका अपना बिजनेस भी है
शांतनु नायडू ने मई 2022 में रतन टाटा के लिए काम करना शुरू किया था और तब उनकी उम्र 29 साल थी
शांतनु नायडू ने मई 2022 में रतन टाटा के लिए काम करना शुरू किया था और तब उनकी उम्र 29 साल थी
शांतनु का अपना एक बिजनेस भी है जिसका नाम Good Fellow है। इसके जरिए बुजुर्गों के आखिरी साल में उन्हें जरूरी सहायता दी जाती है
शांतनु का अपना एक बिजनेस भी है जिसका नाम Good Fellow है। इसके जरिए बुजुर्गों के आखिरी साल में उन्हें जरूरी सहायता दी जाती है
शांतनु नायडू की कुल नेटवर्थ 6 करोड़ रुपए से ज्यादा है
शांतनु नायडू की कुल नेटवर्थ 6 करोड़ रुपए से ज्यादा है
लेकिन क्या आप जानते हैं कि रतन टाटा शांतनू नायडू से कैसे मिले और क्यों उन्हें पर्सनल असिस्टेंट के तौर पर चुना
लेकिन क्या आप जानते हैं कि रतन टाटा शांतनू नायडू से कैसे मिले और क्यों उन्हें पर्सनल असिस्टेंट के तौर पर चुना
एकबार शांतनु नायडू अपने NGO की तरफ से आवारा कुत्तों को खाना खिला रहे थे, तभी रतन टाटा ने उन्हें देखा
एकबार शांतनु नायडू अपने NGO की तरफ से आवारा कुत्तों को खाना खिला रहे थे, तभी रतन टाटा ने उन्हें देखा
रतन टाटा उनसे इतने प्रभावित हुए कि तुरंत अपना पर्सनल असिस्टेंट बना लिया
रतन टाटा उनसे इतने प्रभावित हुए कि तुरंत अपना पर्सनल असिस्टेंट बना लिया
इसके साथ ही रतन टाटा ने शांतनु नायडू के आवारा कुत्तों की देखभाल के प्रोजेक्ट में भी निवेश किया
इसके साथ ही रतन टाटा ने शांतनु नायडू के आवारा कुत्तों की देखभाल के प्रोजेक्ट में भी निवेश किया
शांतनु ने सड़क दुर्घटना में कुत्तों की जान बचाने के लिए उनके गले में रात में चमकने वाला पट्टा पहनाना शुरू किया था
शांतनु ने सड़क दुर्घटना में कुत्तों की जान बचाने के लिए उनके गले में रात में चमकने वाला पट्टा पहनाना शुरू किया था
डॉग लवर के तौर पर पहचाने जाने वाले रतन टाटा को उनका ये काम पसंद आया और इस तरह शांतनु टाटा से जुड़ गए
डॉग लवर के तौर पर पहचाने जाने वाले रतन टाटा को उनका ये काम पसंद आया और इस तरह शांतनु टाटा से जुड़ गए