आखिर कौन है तीतर सिंह और क्या है इनकी कहानी

आखिर कौन है तीतर सिंह और क्या है इनकी कहानी

राजस्थान के तीतर सिंह पिछले 40 सालों से लगभग हर चुनाव लड़ रहे हैं

वह महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (MNREGA) के तहत पंजीकृत मजदूर हैं

70 वर्षीय तीतर सिंह 1980 के बाद से लगभग हर चुनाव में खड़े हुए हैं और कुल मिलाकर अबतक 30 से अधिक बार चुनाव हार चुका हैं

 इसमें लोकसभा, विधानसभा से लेकर पंचायत चुनाव तक शामिल है. इतने हार के बावजूद उनके अंदर का जज्बा अभी खत्म नहीं हुआ है

इस विधानसभा चुनाव में भी वह राज्य करणपुर विधानसभा सीट से बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गजों को चुनौती देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं

तीतर सिंह के पास कोई प्रॉपर्टी नहीं है. उन्हें कोई पार्टी टिकट भी नहीं देतीं है, लेकिन इसके बावजूद वह हर चुनाव में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार खड़े होते हैं

तीतर सिंह ने 2019 में न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, में सभी चुनाव हार गया हूँ लेकिन मैंने अपनी उम्मीदें बरकरार रखी हैं

तीतर सिंह कथित तौर पर गिनीज बुक में सबसे अधिक चुनाव लड़ने का रिकॉर्ड दर्ज कराने का सपना पाले हुए है

सिंह ने कहा कि वह पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों को वोट दे चुके हैं, लेकिन दोनों ही पार्टियों ने उनके इलाके में विकास के लिए कुछ नहीं किया

तीतर सिंह को 2014 के विधानसभा चुनाव 427 वोट और 2018 के विधानसभा चुनाव में 653 वोट मिले थे

राजस्थान के 200 सदस्यों वाले विधानसभा में कांग्रेस को 2018 में 99 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं बीजेपी 73 सीटों पर सिमट गई थी

राजस्थान में इस बार 25 नवंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को मतगणना होगी