Amit upadhyay
जो लोग किडनी स्टोन से परेशान हैं, उन्हें पालक खाने से बचना चाहिए. पालक में ऑक्सलेट्स की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे स्टोन फॉर्मेशन हो सकता है.
पालक में गोइट्रोजन नामक तत्व होता है, जो थायरॉयड ग्रंथि के काम को प्रभावित कर सकता है. अगर थायरॉयड संबंधी समस्याएं हैं, तो पालक न खाएं.
पालक में आयरन की उच्च मात्रा होती है, लेकिन इसमें मौजूद फाइटेट्स आयरन के अवशोषण में रुकावट डाल सकते हैं. एनीमिया के मरीज ज्यादा न खाएं.
पालक में फाइबर की अधिकता होती है, जो कुछ लोगों को गैस, सूजन या दस्त जैसी समस्याएं पैदा कर सकती है. ऐसे में पालक का सेवन सावधानी से करें.
आर्थराइटिस के मरीजों को पालक का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें प्यूरीन की मात्रा होती है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है.
पालक में ऑक्सलेट्स और फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पेट में जलन और अल्सर वाले लोगों को परेशान कर सकती है. ऐसे में पालक खाने से बचें.
पालक में विटामिन K की उच्च मात्रा होती है, जो रक्त के थक्के को नियंत्रित करने में मदद करता है. अगर कोई ब्लड थिनर ले रहा हो, तो पालक न खाएं.
बच्चों को पालक का अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसमें नाइट्रेट्स की मात्रा अधिक हो सकती है, जो ब्लू बेबी सिंड्रोम का कारण बन सकता है.