मेंढक कम होने पर क्यों बढ़ती हैं बीमारियां

मेंढक जैसे जंतुओं का मानव के बेहतर हेल्थ से भी एक गहरा रिश्ता है.

1980 के दशक में मध्य अमेरिकी देशों में मेढ़कों की संख्या में नाटकीय गिरावट दिखी.

यहां मेंढक एक संक्रामक फफूंद रोगाणु का शिकार हो रहे थे.

बैट्राकोकिट्रियम डेंड्रोबाटिडिस रोगाणु की वजह से ये प्रजातियां तेजी से खत्म हो रही थीं. 

दरअसल मच्छर मेंढक और सैलेमंडर का प्रमुख भोजन हैं.

इसलिए ये दोनों प्रजातियां सीधे तौर पर मच्छरों की जनसंख्या को प्रभावित करती हैं .

ये मच्छरों को खाते हैं और मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों को कम करते हैं.

इससे जाहिर है कि मेढ़क जैसे उभयचर कैसे हमें स्वस्थ रखने का काम करते हैं.

किसी इलाके में मच्छरों से बीमारियां ज्यादा फैलें तो मान लीजिए वहां मेढ़क कम हो रहे हैं.

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