Yamini Singh
सोमवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में आए भूकंप ने धरती के साथ लोगों को भी हिला कर रख दिया.
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 मापी गई. जिसका केंद्र दिल्ली के पास 5 किलोमीटर की गहराई में था.
लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर क्यों आता है भूकंप? अगर नहीं, तो चलिए हम आपको बताते हैं.
बता दें, भूकंप का असली कारण है टैक्टोनिक प्लेटों में हलचल.
दरअसल, धरती 12 टैक्टोनिक प्लेटों पर टिकी हुई है जो लगातार धीमी गति से हिलती रहती हैं.
ये टैक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती या खिसकती हैं तो ऊर्जा निकलती है जिससे भूकंप के झटके महसूस होते हैं.
हर साल ये प्लेटें 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसकती हैं. इस खिसकने और टकराने की प्रक्रिया के कारण ही भूकंप आता है.
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जहां धरती के अंदर चट्टानें टूटती या टकराती हैं. जिसे फोकस या हाइपोसेन्टर कहा जाता है.
भूकंप की ऊर्जा इस केंद्र से तरंगों के रूप में फैलती है. जब ये तरंगें धरती की सतह तक पहुंचती हैं, तो कंपन महसूस होता है.