सूरज, चंदा, धरती ... सब गोल ही क्यों हैं?

ब्रह्मांड में मौजूद ज्यादातर ग्रहों का आकार गोल ही क्यों होता है.

इनके आकार अंडाकार, गोल या करीब-करीब गोल ही हैं.

हालांकि उल्कापिंडों का आकार ऊबड़-खाबड़ और चट्टान जैसा होता है.

एक ही जगह पर होते हुए ग्रहों और उल्कापिंडों में फर्क क्यों होता है?

वैज्ञानिकों के मुताबिक गुरुत्वाकर्षण बल और घूर्णन की वजह से इनका आकार बना.

यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न क्वींसलैंड के प्रोफेसर जांटी होर्नर ने इसे अच्छी तरह समझाया.

किसी पिंड के बड़े होने के साथ उसकी ग्रैविटी बढ़ती है और वो चीज़ों को खुद में खींचता है.

पिंड का द्रव्यमान बढ़ने से वो अपनी जगह पर घूमने लगता है .

घूर्णन की वजह से ग्रहों का आकार गोल होता जाता है, जैसा ज्यादातर ग्रहों का है.