सीलबंद पानी में नजर आने वाले एक्सपायरी डेट के कई मायने हैं.
वो एक्सपायरी डेट पानी के लिए नहीं होता, बोतल के लिए होता है.
पहला कारण है सरकारी नियम. खाने-पीने के सामान पर एक्सपायरी डेट को मेंशन करना जरूरी है.
पानी भी इसी कैटेगरी में आता है इसलिए उसकी एक्सपायरी डेट दी जाती है.
जिसके बाद पानी पर तो नहीं मगर बोतल पर असर पड़ने लगता है.
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बोतल पर पड़ने वाला असर काफी गंभीर हो सकता है.
सीलबंद बोतलों को जिन प्लास्टिक से बनी बोतल में रखा जाता है.
उनके दाम कम करने के लिए उनकी क्वालिटी कम कर दी जाती है.
इस वजह से इन बोतल में रखा पानी ज्यादा दिनों तक साफ नहीं रह सकता.