मिल गया पाताल लोक का द्वार! क्या आयेगी कोई तबाही

दुनिया का सबसे बड़ा पर्माफ्रॉस्ट क्रेटर रूस के साइबेरिया हिस्से में स्थित है.

इस गड्ढे को बाटागाइका, बाटागे या बागाटाइका नाम से भी जाना जाता है.

नासा के अनुसार, पर्माफ्रॉस्ट वो जमीन है जो कम से कम दो साल तक शून्य डिग्री सेल्सियस पर पूरी तरह से जमी रहती है.

इसके पिघलने के कारण कार्बनिक कार्बन की "भारी मात्रा" ग्लोबल वार्मिंग को और बढ़ा सकती है.

इससे न केवल रूसी कस्बों और शहरों को बल्कि ग्रह को भी खतरा है.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, पर्माफ्रॉस्ट उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के पास के क्षेत्रों में सबसे आम हैं.

पर्माफ्रॉस्ट पृथ्वी के बड़े हिस्से को कवर करते हैं.

इसमें बना गहरा निशान 1940 में बनना शुरू हुआ था. अब ये लगातार बढ़ता जा रहा है, जो पृथ्वी के लिए बड़ा खतरा है. 

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